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अपना गुस्सा हम पर उतारती भी है वो
दुनिया में सबसे ज्यादा हमें चाहती भी है वो
दिन रात हमारा अच्छा करने का सोच कर
अपनी रातें गुजारती है वो
खून पसीना एक कर के हमको पालती भी है वो
हमारी हर इच्छा को पूरा करने की कोशिश भी करती है वो
जीवन सारा संघर्ष में बीता कर
सिर्फ हमारा साथ ही तो मांगती है वो
हमारे सिवा उसका कोई नहीं इस जहां में
दुनिया से बचा बचा कर संभाल के रखा है
उसने अपने आंचल की छाया में
मुझे हर बबंडर से बाहर निकाला है
वो ना होती तो खो जाती इस गंदी दुनिया में ना जाने कहां मै
हाथ थाम के चलना सिखाया है
अच्छे बुरे की पहचान करना सिखाया है
जीवन को जीना जिसने सिखाया है
ना जाने कौन से जन्म का अच्छा कर्म था मेरा
जो मैंने मां आपको पाया है
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