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हां मै आपको बहुत याद करती हूं
पापा आपने हांथ पकड़ के रास्ते पर चलना सिखाया था
आज उसी हांथ को छोड़ दिया
कभी जिस आंगन में आते ही गले लगा के हस्ते थे
आज उसी आंगन में खामोशी से आ के रुला दिया
रोज़ रोज़ इंतजार करती हूं
हर पल हर घड़ी याद करती हूं
हां मै आपको बहुत याद करती हूं
जब रहतीं थी बीमार
आ के गले लगा मुझको दवाई दे के
प्यार से सुलाते थे
पापा आज भी हूं मै बीमार
एक बार फिर से आ के गले लगा के
फिर से दवाई दे के मुझे सुला दो
मै हर पल इंतजार करती हूं
आपको याद करती हूं
हां मै आपसे बहुत प्यार करती हूं
पापा क्यों हमको छोड़ कर गए
सबकी आंखों में वो गम के आंसू दे कर गए
आज भी आपसे उम्मीद रखती हूं
आज भी आपका इंतजार करती हूं
अजनबी रास्तों में आपको ढूंढते चलती हूं
मै हर पल हर घड़ी आपको याद करती हूं
हां पापा मै आपसे बहुत ज्यादा प्यार करती हूं
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