Reading
Add Comment
अपने हौसले तो बुलंद कर
गिरेगा १०० दफा
अपने उन्हीं रास्तों पर
चल कर देख ज़रा चार कदम दूर
कठिनाइयां आयेंगी बहुत
जो कोशिश करेंगी तेरे सपनों को
करने की चुर चूर
मेहनती लोगो की हार नहीं होती
देर से सही लेकिन मंज़िल हाथ जरूर होती
रास्ता भटकना नहीं डटे रहना
मुश्किल हजार आए लेकिन खुशियों की सुबह जरूर होती
हिम्मत रख ये रात कट जाएगी
एक बार फिर सुबह हो जाएगी
सूरज की नई किरण के साथ
तेरी ज़िन्दगी भी बदल जाएगी
0 Comments:
Post a Comment