आत्महत्या
किसी भी समस्या का अंत नहीं है होता
याद रख इससे तेरे जाने के बाद
एक नए अध्याय का जन्म है होता
कोई समस्या ज़िन्दगी से बड़ी नहीं होती
ऐसा कोई ताला नहीं होता जिसकी चाबी नहीं होती
जीवन तो हो जाएगा समाप्त
लेकिन इससे कोई भी समस्या हल नहीं होती
जो है गम दिल में उसको कर साझा अपनों से
अंदर ही अंदर क्यूं है घुटता
जो अपनें है साथ देंगे तेरा
छोड़ दे झूूटी उम्मीद अब बेगानों से
ज़िन्दगी गवां कर कोई फायदा होता नहीं
तेरे जाने के बाद झेलेंगे तेरे अपने ही
लोगो की चार बातों को
पर जिस वजह के लिए ज़िन्दगी गंवाते उसका कुछ जाता नहीं
तू तो चला जाएगा सब छोड़ के
मां बाप का हाथ छोड़ के
क्या होगा उनका एक बार सोच ले
जाएगा जिनके हर एक सपने तोड़ के
वक़्त अच्छा हो या बुरा बदलता जरूर है
और ये तो जीवन का दस्तूर हैं
कल खुशियों से खेलेगा
अगर आज तू मजबूर है
छोड़ दे अब रोना
कर हिम्मत और सामना कर परेशानी का
जो तेरी इस परिस्थिती के रचयिता है
पलट दे पन्ना उनकी इस कहानी का
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