अपनों को बेगाने होते मैंने देखा है
जी ले खुल के इस जिंदगी को जब तक जां है
क्यूंकि खुशियों को पल भर में हवा होते मैंने देखा है
हवाओं को रुख बदलते मैने देखा है
गम के बादलों को छटते मैंने देखा है
जीवन है सुख दुख लगा रहता है
क्योंकि आंसुओं की बारिश के बाद
सूरज को चमकते हुए मैंने देखा है
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दिल नादान था और तुझसे प्यार था
इसलिए आंख बंद किए तेरे पीछे चलते थे
वरना काट रहे हो तुम हमारा
इस बात को तो हम भी जानते थे
आइने में अपने तुझे देखते थे
अपने ख्वाबों को तेरे साथ बुनते थे
पता था एक दिन चले जाओगे छोड़ के हमको
फिर भी दिल से अपना खुदा तुझे मानते थे
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रात हो गई है चांद भी निकल आया है
अभी तो कुछ वक्त ही गुजरा था अकेले में की
बीते पल याद कर
आंखो में पहला आंशु छलक आया है
सभी यादों से दूर जा कर
मैने एक नई दुनिया बनाई है
और उस दुनिया में
मैने तुझे अपना बनाया है
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